क्या आप एक कहानी लिखना चाह रहे है यदि हां तो आपके मन में यह विचार जरूर होंगे कि कहानी लिखने के नियम क्या है? एक अच्छी शुद्व त्रुटि रहित रचनात्मक कहानी कैसे लिखे। यदि आप कहानी लिखने की सोच रहे है तो इस पोस्ट को एक बार अंत तक जरूर पढ़े।
यहां कहानी लिखने के लिए एक गाइड है जो आपको बताएगी कि कहानी लिखने के कौन-कौनसे नियम है.
कहानी क्या है
कहानी एक रचनात्मक, विचारातम्क, काल्पनिक रचना होती है जिसे लेखक के द्वारा लिखा जाता है। यह हिंदी भाषा की एक विशेष रचना है जिसमे एक लेखक किसी व्यक्ति, वस्तु या विचारो के ऊपर अपने शब्द लिखता है और एक लिखित रचना का निर्माण करता है जिसे हिंदी के गद्य भाग में कहानी कहा जाता है।
कहानी लिखने के नियम क्या है
लेखक को एक अच्छी कहानी लिखते समय निम्न नियमो का पालन करना चाहिए:
1. पहला नियम: कहानी का उचित शीर्षक चुने
कहानी लेखन का प्रथम नियम उसका एक उचित और कहानी के सार से मिलता-जुलता शीर्षक चुनना होता है। यही कहानी लिखने का पहला नियम है जिसे हिंदी गद्य की रचनाओं में बताया गया है।
एक अच्छी कहानी लिखने की शुरुआत एक उचित शीर्षक से होती है इसलिए अपनी कहानी के लिए एक ऐसे शीर्षक को चुने जो कहानी के सार को स्पष्ट करता हो।
जैसे शेर और चूहे की कहानी आपने जरूर पढ़ी होगी, इस कहानी में इसका शीर्षक कहानी से काफी मिलता है। इसलिए आप जो कहानी लिख रहे है उसको भी एक ऐसा ही शीर्षक दे।
2. दूसरा नियम: कहानी के सभी विचारो की सूची बनाए
कहानी में आप जो भी लिखने जा रहे है उन सब की एक पेज पर सूची बनाए ताकि आप जब भी कहानी लिख रहे हो बीच में कोई भी प्वाइंट मिस ना हो। इससे आपकी कहानी में और भी ज्यादा सुधार आएगा और आपको कहानी लिखने में आसानी होगी।
कई बार लेखक कहानी में कुछ विचार लिखना भूल जाता है इसलिए आप ऐसी गलती ना करे। आप एक पेज और पेन ले और कहानी के मोटे-मोटे बिंदु, शीर्षक, उपशीर्षक आदि की एक संक्षिप्त सूची बना ले। इसके बाद ही कहानी लिखने की शुरुआत करे।
3. तीसरा नियम: कहानी की वर्तनी में गलती ना करे
जब आपके पास कहानी लिखने के लिए अच्छे विचार है तब भी आप शुद्ध वर्तनी के बिना अच्छी कहानी नही लिख सकते है। मेरे कहने का मतलब यह है कि यदि आपको अच्छे से हिंदी व्याकरण का ज्ञान नही है तो सबसे पहले उसका ज्ञान ग्रहण करे उसके पश्चात ही कहानी लिखने की शुरुआत करे।
एक अच्छी कहानी वर्तनी रहित होती है उसमे किसी भी प्रकार की त्रुटि नही होती है।
4. चौथा नियम: कहानी में सरल भाषा का प्रयोग करे
लोग ऐसी कहानियां ज्यादा पढ़ना पसंद करते है जो सरल भाषा में लिखी होती है। आपने अनुभव किया होगा हम उन हिंदी कहानियों को ही पढ़ना पसंद करते है जो या तो किसी के व्यक्तित्व पर लिखी होती है या हमे कोई नैतिक शिक्षा प्रदान करती है।
हमारे कक्षा के अध्याय में हमने ऐसी कई कहानियां पढ़ी है जिन्हे हमें जबरदस्ती पढ़ना पड़ता है लेकिन हमें उन्हें पढ़ने में मजा नही आता है क्योंकि कहानी की भाषा बहुत जटिल होती है। इसलिए एक कहानी तभी लोगो को पसंद आएगी जब आप उसमे सरल और मीठी भाषा का प्रयोग करेंगे।
5. पांचवा नियम: कहानी में सजावटी शब्दो का प्रयोग करे
आपने देखा होगा हिंदी गद्य में ऐसी कई कहानियां और रचनाएं है जिसमे लेखक सजावटी शब्दो का इस्तेमाल करते है। आपको भी अपनी कहानी में सजावटी और बनावटी शब्दो का इस्तेमाल करना है ताकि कहानी का रोमांच और ज्यादा बढ़ जाए।
कहानी को ऐसे लिखे कि जब भी कोई उसके पहले अक्षर को पढ़े तो उसे ऐसा लगना चाहिए कि कहानी में आगे क्या होगा ताकि वो कहानी को अंत तक पढ़े।
6. छठा नियम: कहानी अपने मन के विचारो से लिखे
आप एक अच्छी कहानी के विचार कहां से प्राप्त कर सकते है इसके विभिन्न स्रोत हो सकते है इसके लिए आपको अन्य लेखकों की कहानियां और रचनाएं पढ़ने में समय व्यतीत करना होगा। जब आप ज्यादा कहानियां पढ़ते है तो आपके दिमाग और मन में कई नए विचार उत्पन्न होते है।
इन्ही विचारो को आप अपनी कहानी में सम्मिलित कर सकते है। सभी महान लेखक ऐसा ही करते है वो पहले सोचते है कि उन्हें कहानी में क्या-क्या लिखना है उसके बाद ही कहानी लिखना शुरू करते है।
कहानी लिखने के संबंध में हिंदी गद्य के कई अध्याय में उपरोक्त 6 नियमो का पालन करने के लिए कहा गया है। एक लेखक इन नियमों का पालन करके एक अच्छी कहानी लिख सकता है।
निष्कर्ष
कहानी लेखन की इस गाइड में आपने कहानी लिखने के क्या नियम है और एक अच्छी कहानी कैसे लिखे के बारे में जाना।
हमे उम्मीद है आप इस गाइड के संबंध में अपने फीडबैक कमेंट बॉक्स में देंगे ताकि इसमें यदि किसी भी प्रकार त्रुटि हो तो उसे सुधारने में हमारी मदद करे।
यह गाइड आपको एक अच्छा लेखक बनने के लिए प्रेरित करेगी आप इस गाइड को शेयर करके अन्य व्यक्तियों को भी कहानी लिखने के क्या नियम है के बारे में बता सकते है।