दोस्तो आज के इस लेख हम आपको अल्ट्रासाउंड में प्लस प्लस का मतलब क्या होता है के बारे में पूरी जानकारी देने वाले है इसलिए लेख को अंत तक पूरा पढ़े। एक गर्भवती महिला के बच्चे का विकास 3 महीने के बाद शुरू होता है. 3 महीने के बाद अल्ट्रासाउंड जांच कराने पर बच्चे के स्वास्थ्य और विकास के बारे में पता हो जाता है। इसीलिए डॉक्टर प्रत्येक गर्भवती महिला को 3 महीने के बाद अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह देते हैं।
अल्ट्रासाउंड में प्लस प्लस का मतलब क्या होता है
यदि आपकी अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में प्लस प्लस आया है तो इसका मतलब है कि पेट में पल रहे शिशु लड़का है और यदि अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में माइनस आया है तो लड़की होगी।
अगर किसी महिला के पेट में लड़की है तो मीठा खाने की उतनी ही इच्छा होती है, अगर लड़का होता है तो उसे खाने की इच्छा ज्यादा होती है।
गर्भावस्था के पहले 3 महीनों तक लड़का और लड़की दोनों के दिल की धड़कन सामान्य होती है, लेकिन 3 महीने के बाद अगर दिल की धड़कन 140 बीपीएम से ज्यादा हो तो लड़का होने की संभावना होती है।
अगर अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में प्लस लिखा हो तो लड़का होने की संभावना जताई जाती है अगर माइनस लिखा हो तो लड़की होने का अनुमान लगाया जाता है। लेकिन यह पूरी तरह सच नहीं है।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में आपने अल्ट्रासाउंड में प्लस प्लस का मतलब क्या होता है के बारे में जाना। यदि आपको लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करे।